Dalai Lama http://www.dalailamahindi.com/ en-us Sat, 27 Apr 2024 09:46:33 +0000 Sat, 27 Apr 2024 09:46:33 +0000 फ़िनलैंड के निर्वाचित राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब को बधाई http://www.dalailamahindi.com/news/2024/फ़िनलैंड-के-निर्वाचित-राष्ट्रपति-अलेक्जेंडर-स्टब-को-बधाई Tue, 13 Feb 2024 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2024/फ़िनलैंड-के-निर्वाचित-राष्ट्रपति-अलेक्जेंडर-स्टब-को-बधाई परम पावन ने लिखा कि, "पिछले कुछ वर्षों में कई बार आपके खूबसूरत देश का दौरा करना मेरे लिए सम्मान की बात है।" "मैं इस बात की ह्रदय की गहराई से सराहना करता हूँ कि उन अवसरों पर जीवन के सभी क्षेत्रों के फ़िनलैंड के लोगों ने प्रेम और करुणा विकसित करने, मानवता की एकता की सराहना करने और अंतर-धार्मिक सद्भाव के महत्व को स्वीकार करने के बारे में मैंने जो कहा था, उसमें गहरी रुचि दिखाई है।

“यह बहुत दुःखद है कि आज दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई लोग हिंसक संघर्षों से पीड़ित हो रहे हैं। हिंसा और हथियारों से मुक्त दुनिया के लिए एक घोषित प्रचारक के रूप में, यह मेरी हार्दिक आशा रही है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्षों को हल करने के लिए ठोस प्रयास करेगा और इस तरह अधिक शांतिपूर्ण और कारुणिक विश्व के निर्माण में योगदान देगा।

परम पावन ने अंत में कहा, "मैं फिनलैंड के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में आने वाली चुनौतियों तथा अवसरों को पूरा करने में आपकी सफलता की कामना करता हूँ।"

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ताइवान के निर्वाचित राष्ट्रपति लाई चिंग-ते को बधाई http://www.dalailamahindi.com/news/2024/ताइवान-के-निर्वाचित-राष्ट्रपति-लाई-चिंग-ते-को-बधाई Sun, 14 Jan 2024 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2024/ताइवान-के-निर्वाचित-राष्ट्रपति-लाई-चिंग-ते-को-बधाई परम पावन ने लिखा कि “वास्तव में, "लोकतंत्र के अनुभव का अवलोकन करना, जैसा कि अभी ताइवान में हुआ है, हम सभी जो स्वतंत्रता और सम्मान में जीने की आकांक्षा रखते हैं, उन सभी के लिए यह प्रेरणा का श्रोत है”।

“मेरे पास ताइवान के दौरे के दौरान वहां के लोगों द्वारा किए गए आतिथ्य की यादें हैं। तब मैं यह भी देख सका कि लोकतंत्र की जड़ें कितनी मजबूती है। ताइवान के लोगों ने न केवल एक समृद्ध, मजबूत लोकतंत्र विकसित किया है, बल्कि आर्थिक एवं शिक्षा के क्षेत्रों में भी बहुत कुछ हासिल किया है, साथ ही अपनी समृद्ध पारंपरिक संस्कृति को भी संरक्षित किया है।

“मैं ताइवान के बौद्धों की बुद्ध धर्म के प्रति गहरी रुचि की प्रशंसा करता हूँ। एक बौद्ध भिक्षु के रूप में, मैं समय-समय पर प्रवचनों और आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए उनके अनुरोधों को पूरा करने की पूरी कोशिश करता हूँ।

“ताइवान और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के बीच अच्छे संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह मेरा लंबे समय से दृढ़ विश्वास है कि बातचीत में शामिल होना कठिन मुद्दों को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है, चाहे वह स्थानीय, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो” ।

 

परम पावन ने ताइवान के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में श्री लाई की सफलता की कामना करते हुए अपनी बात समाप्त की।

 

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नव वर्ष 2024 के लिए परम पावन का संदेश http://www.dalailamahindi.com/news/2024/नव-वर्ष-2024-के-लिए-परम-पावन-का-संदेश Mon, 01 Jan 2024 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2024/नव-वर्ष-2024-के-लिए-परम-पावन-का-संदेश आज हम कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उसके बावजूद, मुझे आशा है कि मानवता की एकता में हम सभी एक-दूसरे से भलीभाँति जुड़े हुए हैं। हम सभी अधिक सार्थक जीवन जीने तथा एक बेहतर विश्व बनाने के लिए कार्य कर सकते हैं।

मनुष्य के रूप में हम सभी सुखी रहने तथा दुख से मुक्त रहने की एक समान इच्छा रखते हैं। हम सामाजिक प्राणी हैं जो जीवित रहने के लिए दूसरों पर निर्भर हैं। इसलिए,जैसा कि मैं अक्सर कहता हूं कि हमें दूसरों के लाभ के लिए कार्य करना चाहिए। यदि हम उनकी मदद नहीं कर सकते तो हमें कम से कम यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उन्हें कोई नुकसान न पहुँचाएँ। मैंने पाया है कि दूसरों की मदद करना अपने लिए खुशी और शांति सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है।

मेरा यह भी दृढ़ विश्वास है कि हम विश्व में शांति तभी ला सकते हैं जब हमें अपने अन्दर शांति मिलेगी। प्रत्येक मनुष्य में आंतरिक शांति विकसित करने की क्षमता है और ऐसा करके वह हमारे वैश्विक समुदाय की शांति में योगदान दे सकता है।

हमें अपनी राष्ट्रीयता या धर्म की परवाह किए बिना करुणा और आंतरिक शांति विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। हम सभी मानव जाति की भलाई और खुशी में योगदान दे सकते हैं। यदि पिछली सदी हिंसा की सदी थी, तो इस सदी को संवाद की सदी बनाना हमारी जिम्मेदारी है।

 मैं एक बार फिर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मुझे आशा है कि आप सभी नव वर्ष, 2024 का आनंद लेंगे।

 प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के साथ

 दलाई लामा

 

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सूचना http://www.dalailamahindi.com/news/2023/सूचना-1 Thu, 19 Oct 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/सूचना-1 परम पावन दलाई लामा को हाल ही में हुए फ्लू को ध्यान में रखते हुए उनके व्यक्तिगत चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोई भी यात्रा परम पावन के स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं है तथा इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि यात्राओं से उनके पूर्ण स्वास्थ्य लाभ में बाधा उत्पन्न होगी। अतः, गहन विचार करने के उपरांत, हमने नवंबर 2023 में सिक्किम का दौरा तथा मध्य नवंबर से दिसंबर 2023 के मध्य परम पावन की आगामी दक्षिण भारत (बायलाकुप्पे और हंसुर) की योजनाबद्ध यात्रा को भी रद्द करने का निर्णय लिया है।

दिसंबर 2023 के अंत में शुरू होने वाली परम पावन की बोधगया की यात्रा में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

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सूचना http://www.dalailamahindi.com/news/2023/सूचना Sat, 07 Oct 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/सूचना सिक्किम में बाढ़ के कारण हुई हालिया आपदा और राहत कार्यों हेतु राज्य सरकार के प्रयासों को देखते हुए परम पावन दलाई लामा की 16 से 22 अक्टूबर गंगटोक एवं सालुगाड़ा में होने वाली यात्रा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।हमें इस असुविधा के लिए खेद है।हमारी प्रार्थनाएँ सिक्किम के लोगों और राज्य के साथ हैं।

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विशेष सूचना http://www.dalailamahindi.com/news/2023/विशेष-सूचना Sat, 30 Sep 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/विशेष-सूचना
परम पावन दलाई लामा को सर्दी जुकाम होने के कारण तथा उनके व्यक्तिगत चिकित्सकों की सलाह के अनुसार परम पावन विश्राम करेंगे। ताईवानी बौद्ध संघ के अनुरोध पर 2 से 4 अक्टूबर तक पूर्व निर्धारित प्रवचन को ध्यान में रखते हुए गादेन ठ्री रिंपोछे से प्रथम और द्वितीय दिवस को परिचयात्मक उपदेश देने का अनुरोध किया है। हम सभी से विनम्र अनुरोध करते हैं कि कृपया इस स्थिति को समझने की कोशिश करें।

परम पावन दलाई लामा कार्यालय

1 अक्टूबर 2023

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प्रवचन सूचना http://www.dalailamahindi.com/news/2023/प्रवचन-सूचना Fri, 21 Jul 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/प्रवचन-सूचना केंद्र शासित प्रदेश लेह, लद्दाख, भारत में 22 जुलाई 2023 को होने वाले उपदेश को भारी बारिश के कारण आयोजकों के अनुरोध पर स्थगित कर दिया गया है।

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कर्नाटक के नवीन मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया को बधाई सन्देश http://www.dalailamahindi.com/news/2023/कर्नाटक-के-नवीन-मुख्यमंत्री-श्री-सिद्धारमैया-को-बधाई-सन्देश Fri, 19 May 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/कर्नाटक-के-नवीन-मुख्यमंत्री-श्री-सिद्धारमैया-को-बधाई-सन्देश थेगछेन छोइलिंग, धर्मशाला, हिप्र, भारत-आज प्रातः पत्र के माध्यम से परम पावन दलाई लामा ने श्री सिद्धारमैया को पुनः कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी।

उन्होंने लिखा कि “गत अप्रैल हमारे निर्वासन के जीवन की 64वीं वर्षगांठ थी। उस समय निर्वासन में भारत आए कई तिब्बतियों के पुनर्वास के लिए एक उपयुक्त स्थान खोजने के लिए प्रधान मंत्री पंडित नेहरू ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भूमि प्रदान करने की अपील की थी। सबसे उदार प्रतिक्रिया आपके राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एस.निजलिंगप्पा की ओर से आई। जब मैं 1956 में भारत आया था उस समय मैं उनसे मिला था तथा उनके साथ बैठक की स्मृति अभी भी स्पष्ट है”।

बाद में, जैसा कि आप जानते हैं कि 1960 के दशक में 30000 से अधिक तिब्बती कर्नाटक में बस गए थे, जो कि निर्वासन में तिब्बतियों का सबसे बड़ा समूह था। अगस्त 2018 में कर्नाटक राज्य तथा यहाँ के लोगों को उनकी मित्रता एवं उदारता पूर्ण समर्थन के लिए धन्यवाद देने हेतु मैंने बेंगलुरु में एक विशेष समारोह में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ था इसके लिए मैं कर्नाटक राज्य का आभारी हूँ।

कर्नाटक में पाँच आवासीय बस्तियाँ स्थापित करने के अलावा, तिब्बती समुदायों को पुनर्वासित करने की अनुमति प्रदान की। मुझे गर्व है कि यह वही राज्य है जहाँ हमारे कई प्रमुख शिक्षा संस्थान फिर से स्थापित हुए। अध्ययन की गंभीर व्यवस्था के माध्यम से ये संस्थान प्राचीन भारतीय ज्ञान की परंपराओं को जीवित रख रहे हैं, जिसमें मन की शांति को प्राप्त करने हेतु मूल्यवान शिक्षाएँ सम्मिलित हैं, जो हम तिब्बतियों को नालंदा परंपरा के अंग के रूप में प्राप्त हुई हैं।

परम पावन ने आगे कहा कि “एक बार पुनः हम कर्नाटक सरकार तथा लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहते हैं कि उन्होंने इस कठिन समय के दौरान तिब्बतियों का गर्मजोशी एवं मैत्रीपूर्ण समर्थन प्रदान किया है”।

अंत में उन्होंने कहा कि “मैं इस अवसर पर कर्नाटक के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को परिपूर्ण करने में आने वाली चुनौतियों का सामना करने हेतु आपकी सफलता की कामना करता हूँ”।

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बुद्ध पूर्णिमा पर सन्देश http://www.dalailamahindi.com/news/2023/बुद्ध-पूर्णिमा-पर-सन्देश Thu, 04 May 2023 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2023/बुद्ध-पूर्णिमा-पर-सन्देश भगवान बुद्ध के जन्म, बुद्धत्व एवं महापरिनिर्वाण दिवस के इस शुभ अवसर पर, मुझे सम्पूर्ण विश्व के बौद्ध मित्रों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता हो रही है।

हमारे धर्मग्रंथों में बोधगया को वज्रासन के नाम से जाना जाता है जो कि हमारी आध्यात्मिक परंपरा के संस्थापक एवं शिक्षक महाकारुणिक शाक्यमुनि बुद्ध से जुड़े हुए बौद्ध तीर्थ स्थलों में से सबसे पवित्र है। यहीं पर बुद्ध ने बुद्धत्व (महाबोधि) को प्राप्त किया था, जिसके बाद उन्होंने चार आर्य सत्य, सैंतीस बोधिपक्षिक धर्म एवं अन्य उपदेश दिए थे। उनकी शिक्षाओं का सार आकाश के समान अनंत प्राणियों के हित के लिए चित्त को अनुशासित करना है।

बुद्ध की शिक्षाओं का मूल करुणा और प्रज्ञा का संयुक्त अभ्यास है। बोधिचित्त का अभ्यास, बुद्धत्व प्राप्ति हेतु परमार्थ की भावना उनकी सभी शिक्षाओं का सार है। जितना अधिक हम दूसरों के कल्याण के लिए अभ्यस्त होंगे उतना ही हम दूसरों को अपने से अधिक प्रिय मानेंगे। जब हम एक दूसरे पर अपनी निर्भरता को समझेंगे तथा ध्यान रखेंगे तब समझेंगे कि आज विश्व के सभी 8 अरब लोग खुश रहने और दुख से बचने की चाह में एक समान हैं।

अतः, इस विशेष अवसर पर, मैं अपने आध्यात्मिक भाइयों और बहनों से आग्रह करता हूँ कि वे सौहार्दपूर्ण रहें तथा सार्थक जीवन व्यतीत करें। दूसरों के कल्याण के लिए समर्पित रहें। सौहार्दता ही विश्व शांति और सद्भाव की कुंजी है।

मेरी प्रार्थनाओं एवं शुभकामनाओं सहित

दलाई लामा

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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सांत्वना सन्देश http://www.dalailamahindi.com/news/2022/प्रधानमंत्री-श्री-नरेंद्र-मोदी-को-सांत्वना-सन्देश Fri, 30 Dec 2022 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2022/प्रधानमंत्री-श्री-नरेंद्र-मोदी-को-सांत्वना-सन्देश बोधगया,बिहार, भारत-परम पावन दलाई लामा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को यह अवगत कराने के लिए लिखा है कि आपकी प्यारी माँ के निधन के बारे में जानकर उन्हें कितना दुख हुआ।

उन्होंने लिखा कि “मैं आपको अपनी संवेदना प्रदान करता हूँ”। “मैं वर्तमान में बोधगया में रह रहा हूँ तथा मैं उनके लिए प्रार्थना करूँगा। “आपकी माँ 99 वर्ष की अच्छी अवस्था तक जीवित रहीं। अपने बेटे को इस महान देश के प्रधानमंत्री के पद पर देखकर उन्हें गर्व हुआ होगा”। परम पावन ने प्रार्थना और शुभकामनाओं के साथ अपना पत्र समाप्त किया।

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हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री को बधाई http://www.dalailamahindi.com/news/2022/हिमाचल-प्रदेश-के-नए-मुख्यमंत्री-को-बधाई Sun, 11 Dec 2022 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2022/हिमाचल-प्रदेश-के-नए-मुख्यमंत्री-को-बधाई थेगछेन छोइलिङ, धर्मशाला, हि.प्र., भारत-परम पावन दलाई लामा ने आज सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने तथा हाल ही में राज्य में विधानसभा के चुनावों में उनकी पार्टी को मिली सफलता हेतु पत्र लिखकर बधाई दी है।

परम पावन ने लिखा है कि “भारत 62 वर्षों से अधिक समय से मेरा घर रहा है एवं मेरा अधिकांश समय यहाँ धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में रहकर व्यतीत हुआ तथा मैं खुश हूँ। नतीजतन, मैं अक्सर मुख्यमंत्री को ‘हमारा मुख्यमंत्री’ के रूप में संदर्भित करता हूँ। हिमाचल प्रदेश के सभी क्षेत्रों के लोगों ने मुझे और मेरे साथी तिब्बतियों को इतने वर्षों में जो मित्रता और आतिथ्य दिखाया है, उसकी मैं दिल की गहराई से सराहना करता हूँ।

“मई 1960 में जब मैं पहली बार मैक्लोडगंज आया था तब से अब तक धर्मशाला का राज्य के अन्य स्थानों की तरह काफी विकास हुआ है”। “मुझे विश्वास है कि हिमाचल प्रदेश के लोग, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्ग के लोग समृद्ध होंगे। मैं राज्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में आपकी सफलता की कामना करता हूँ”।

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यूक्रेन में शांति स्थापना हेतु संवाद की उम्मीद http://www.dalailamahindi.com/news/2022/यूक्रेन-में-शांति-स्थापना-हेतु-संवाद-की-उम्मीद Mon, 28 Feb 2022 00:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2022/यूक्रेन-में-शांति-स्थापना-हेतु-संवाद-की-उम्मीद यूक्रेन में हो रहे टकराव से मुझे अत्यधिक दुख हुआ है। हमारा विश्व इतना अन्योन्याश्रित हो गया है कि दो राष्ट्रों के बीच हिंसक संघर्ष अनिवार्य रूप से शेष विश्व को प्रभावित करता है। युद्ध की धारणा पुरानी हो चुकी है-अहिंसा ही एकमात्र उपाय है। हमें अन्य मनुष्यों को भाई-बहन मानकर मानवता की एकता की भावना विकसित करने की आवश्यकता है। इस तरह से हम एक शांतिपूर्ण विश्व का निर्माण कर सकेंगे।

समस्याओं और असहमतियों का समाधान संवाद के माध्यम से किया जाता है। सच्ची शांति आपसी समझ और एक दूसरे के हित की भावना से आती है।

हमें उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। 20वीं सदी युद्ध और रक्तपात की सदी थी। 21वीं सदी संवाद की सदी होनी चाहिए।

मैं प्रार्थना करता हूँ कि यूक्रेन में शीघ्र शांति स्थापित हो।

दलाई लामा

28 फरवरी 2022

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परम पावन ने श्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक प्रकट की http://www.dalailamahindi.com/news/2021/परमपावन-ने-श्री-वीरभद्र-सिंह-के-निधन-पर-शोक-प्रकट-की Wed, 07 Jul 2021 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2021/परमपावन-ने-श्री-वीरभद्र-सिंह-के-निधन-पर-शोक-प्रकट-की थेगछेन छोएलिङ, धर्मशाला, हि. प्र. भारत – आज सुबह परम पावन दलाई लामा ने हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के निधन का समाचार प्राप्त होते ही उनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्रतिभा सिंह को अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए पत्र लिखकर कहा -

“उन्होंने स्वयं को दूसरों की सेवा करने के लिए समर्पित किया था। श्री वीरभद्र सिंह ने एक लम्बा और सार्थक जीवन व्यतीत किया। उन्होंने जिस प्रकार लोगों की आवश्यकताओं को अत्यन्त ही प्रेम और करुणा भाव से सुना उसकी मैं प्रशंसा करता हूँ। कई वर्षों से हम एक-दूसरे को जानते थे तथा इस दौरान उन्होंने मेरे प्रति अपनत्व भाव से जो मित्रता रखी उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से उनका आभारी हूँ।”

“ऐतिहासिक दृष्टि से बुशहर की पूर्ववर्ती रियासत, जिससे ‘राजा साहब’ सम्बन्ध रखते थे, और उनके पड़ोसी पश्चिमी तिब्बत के लोगों के बीच घनिष्ठ सम्बन्ध था।”

“हिमाचल प्रदेश के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में श्री वीरभद्र सिंह बहुत याद आयेंगे।”

परम पावन ने अपने पत्र का समापन किया, “मेरी प्रार्थनाओं के साथ।”

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परमपावन द्वारा पीएम केयर्स फंड में सहयोग http://www.dalailamahindi.com/news/2021/परमपावन-द्वारा-पीएम-केयर्स-फंड-में-सहयोग Mon, 26 Apr 2021 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2021/परमपावन-द्वारा-पीएम-केयर्स-फंड-में-सहयोग “मैं अत्यन्त ही चिंता के साथ भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से उत्पन्न अविरत चुनौतियों का अवलोकन करते आ रहा हूँ।”

“इस संक्रमण से बढ़ते प्रकोप की कठिन घड़ी में मैंने दलाई लामा न्यास को निर्देश दिया है कि हमारे भारतीय बंधु एवं भगिनियों के प्रति सहानुभूति एवं सहयोग स्वरूप पीएम केयर्स फंड में दान दें।”

“मैं, इस विनाशकारी महामारी से निपटने हेतु किए जा रहे सभी प्रयासों के लिए अपनी गहरी अनुमोदन व्यक्त करता हूँ, विशेषकर उन सभी लोगों के प्रति जो साहसपूर्वक अग्रिम पंक्ति में डटकर कार्य कर रहे हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि यह महामारी शीघ्र ही समाप्त हो।”

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पृथ्वी दिवस पर सन्देश http://www.dalailamahindi.com/news/2021/new-entry Wed, 21 Apr 2021 23:00:00 +0000 hhdloffice http://www.dalailamahindi.com/news/2021/new-entry पृथ्वी दिवस 2021 के अवसर पर, मैं दुनिया भर में सभी बंधु और भगिनियों से अपील करता हूँ कि इस नीले ग्रह पर हमारे समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं अवसरों दोनों पर विचार करें।

प्रायः मैं मज़ाक करते हुये कहता हूँ कि चाँद और तारे सुंदर तो दिखाई देते हैं, लेकिन अगर हममें से किसी ने भी वहां पर रहने का प्रयास किया होता, तो हम दुःखी होते। हमारा यह ग्रह एक रमणीय निवास स्थान है। इसका जीवन ही हमारा जीवन है तथा इसका भविष्य ही हमारा भविष्य है। वास्तव में, पृथ्वी हम सभी के लिए एक माँ की तरह कार्य करती है। बच्चों की तरह हम भी इसी पर निर्भर हैं। वैश्विक तापन के दुष्प्रभाव तथा ओज़ोन परत में क्षरण जैसी वैश्विक समस्याओं के सामने व्यक्तिगत संगठन और एकल राष्ट्र असहाय हैं। जब तक हम सब मिलकर कार्य नहीं करेंगे, इसका कोई हल नहीं निकल सकता है। हमारी धरती माँ हमें सार्वभौमिक कर्तव्य का पाठ पढ़ा रही है।

उदाहरण के लिए जल के मुद्दे को ही लें। आज दुनिया के अनेक भागों में पर्याप्त मात्रा में जल, सफ़ाई और स्वच्छ वातावरण के अभाव से विशेषकर, माताओं और बच्चों का जीवन पहले से कहीं अधिक संकट में है। दुनिया भर में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी लगभग दो अरब लोगों को प्रभावित कर रहा है जो कि एक गम्भीर चिंतनीय विषय है। तथापि यह समाधानीय है। मैं आभारी हूँ कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस मुद्दे पर तत्काल कदम उठाने के लिए वैश्विक आह्वान किया है।

अन्योन्याश्रय प्रकृति का एक मौलिक नियम है। इसकी अज्ञानता ने न केवल हमारे प्राकृतिक पर्यावरण को, बल्कि हमारे मानव समाज को भी क्षत-विक्षत कर दिया है। इसलिए, हम सबको मानवता की एकता के विषय में गहन समझ विकसित करनी होगी। हममें से प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं अपने लिए, परिवार या राष्ट्र मात्र के लिए नहीं, बल्कि समस्त मानवजाति के हित के लिए कार्य करना सीखना होगा। इस संबंध में, मुझे खुशी है कि इस साल पृथ्वी दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति जो बाइडेन राष्ट्राध्यक्षों का जलवायु शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं, जिसमें विश्व के नेताओं को ऐसे मुद्दे पर चर्चा के लिए एक साथ ला रहे हैं, जो हम सबको समान रूप से प्रभावित करता है।

यदि हमारे ग्रह की निरंतरता को बनाये रखना है तो पर्यावरणीय शिक्षा को बढ़ावा तथा व्यक्तिगत स्तर पर कर्तव्यबोध की भावना को जागृत करना होगा। पर्यावरण का देखभाल करना हमारे दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। मेरा स्वयं का पर्यावरण के प्रति जागरूकता यहां निर्वासन में आने के पश्चात् हुआ जब मैंने एक ऐसी दुनिया का सामना किया जो मेरे तिब्बत में रहते समय की दुनिया से बिलकुल भिन्न था। तभी मुझे अनुभव हुआ कि तिब्बत का पर्यावरण कितना शुद्ध रहता था लेकिन आधुनिक भौतिक विकास ने पूरे पृथ्वी पर जीवन को पतन की ओर ले जाने में कुयोगदान दिया है।

आइये इस पृथ्वी दिवस के अवसर पर हम सब इस पृथ्वी, जो कि हमारा एकमात्र खूबसूरत घर है, के वातावरण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने हिस्से का कार्य करने हेतु संकल्प लेते हैं।

मेरी प्रार्थनाओं सहित,

दलाई लामा

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