परम पावन 14 वें दलाई लामा
मेन्यू
खोज
सामाजिक
भाषा
  • दलाई लामा
  • कार्यक्रम
  • तस्वीरों में
  • वीडियो
हिंदी
परम पावन 14 वें दलाई लामा
  • ट्विटर
  • फ़ेसबुक
  • इंस्टाग्राम
  • यूट्यूब
सीधे वेब प्रसारण
  • होम
  • दलाई लामा
  • कार्यक्रम
  • समाचार
  • तस्वीरों में
  • वीडियो
  • अधिक
सन्देश
  • करुणा
  • विश्व शांति
  • पर्यावरण
  • धार्मिक सद्भाव
  • बौद्ध धर्म
  • सेवानिवृत्ति और पुनर्जन्
  • प्रतिलिपि एवं साक्षात्कार
प्रवचन
  • भारत में प्रवचनों में भाग लेने के लिए व्यावहारिक सलाह
  • चित्त शोधन
  • सत्य के शब्द
  • कालचक्र शिक्षण का परिचय
कार्यालय
  • सार्वजनिक दर्शन
  • निजी/व्यक्तिगत दर्शन
  • मीडिया साक्षात्कार
  • निमंत्रण
  • सम्पर्क
  • दलाई लामा न्यास
पुस्तकें
  • अवलोकितेश्वर ग्रंथमाला 7 - आनन्द की ओर
  • अवलोकितेश्वर ग्रंथ माला 6 - आचार्य शांतिदेव कृत बोधिचर्यावतार
  • आज़ाद शरणार्थी
  • जीवन जीने की कला
  • दैनिक जीवन में ध्यान - साधना का विकास
  • क्रोधोपचार
सभी पुस्तकें देखें
  • प्रवचन

भारत में प्रवचनों में भाग लेने के लिए व्यावहारिक सलाह

शेयर

भारत में परम पावन दलाई लामा के सार्वजनिक प्रवचनों के दौरान आपको निम्नलिखित वस्तुओं को लाने की सलाह दी जाती है: एक आसन, एक कप और धूप से बचने के लिए टोपी। प्रवचन स्थलों पर होने वाली सुरक्षा जांच को देखते हुए वहाँ, यथासंभव पर कम से कम वस्तुएं लाई जानी चाहिए।

पंजीकरण

सामान्यतया, भारत में सभी प्रवचन निःशुल्क व जनता के लिए खुले हैं। धर्मशाला में प्रवचनों के लिए, आपको व्यक्तिगत रूप से मैक्लोडगंज में सुरक्षा कार्यालय के तिब्बती शाखा (होटल तिब्बत के पास) में पंजीकरण कराने की आवश्यकता है। इसके लिए कोई अग्रिम पंजीकरण सेवा नहीं है। पंजीकरण, प्रवचन प्रारंभ होने के लगभग तीन दिन पहले प्रारंभ होता है और प्रवचन के पहले दिन समाप्त होता है। पंजीकरण के लिए, सभी विदेशियों को अपने पासपोर्ट लाने की आवश्यकता होगी। तिब्बतियों और भारतीयों को एक तस्वीर लाने की आवश्यकता होगी। प्रत्येक प्रवचन पास के लिए १०/- रुपये का सेवा शुल्क लिया जाता है। चूँकि कई हजार लोग प्रवचनों में भाग ले सकते हैं, हमारा सुझाव है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी आवास व्यवस्था ठीक तरह से हुई है, आप प्रवचन प्रारंभ होने के दो या तीन दिन पहले पहुँच जाएं। धर्मशाला में कई होटल और गेस्टहाउस हैं। प्रवचन समय भी प्रवचनों के प्रारंभ होने के एक या दो दिन पूर्व तय किया जाता है और उसके पश्चात सार्वजनिक किया जाता है।


बैठने की व्यवस्था

बैठने की व्यवस्था आम तौर पर जो पहले आए उसके आधार पर की जाती है। पश्चिम में, अधिकांश अवसरों पर सार्वजनिक आयोजनों के लिए बैठने की व्यवस्था आपके टिकट और सीट नंबर द्वारा निर्दिष्ट की जाती है। भारत में, प्रवचनों के लिए बैठने का स्थान आम तौर पर जमीन में होता है। तिब्बतियों के बीच पारम्परिक अभ्यास यह है कि आप अपने आसन को प्रवचन श्रृंखला के पहले दिन ले जाएँ, अपना कुशन अथवा कोई कपड़ा रख इसे चिह्नित करें और तत्पश्चात प्रवचनों की अवधि के लिए उसी सीट पर बने रहें। इस प्रकार तिब्बतियों ने परम्परागत रूप से इस बात से कि प्रतिदिन कहाँ बैठा जाए उसकी परेशानी एक दूसरे को बचा रखा है। अतः पुरानी कहावत के अनुसार कि जब आप रोम में हों तो वैसा करें जो रोम निवासी करते हैं, उचित यह है कि तिब्बतियों के बीच वही करें जो तिब्बती करते हैं। आम तौर पर लोग अपने बैठने की जगह को आरक्षित करने के लिए प्रवचन प्रारंभ होने से १ अथवा २ दिन पहले प्रवचन स्थल पर आते हैं। अनुवाद सेवाओं की आवश्यकता वाले लोगों के लिए, प्रवचन स्थल पर व्यवस्थित नामित क्षेत्र हैं।

अनुवाद

परम पावन मुख्य रूप से भोट भाषा में प्रवचन देते हैं। अतः अधिकांश अवसरों पर जब परम पावन भारत में प्रवचन देते हैं तो प्रयास किए जाते हैं कि आधिकारिक अनुमोदित अनुवादकों की उपलब्धि पर चीनी, अंग्रेजी, हिन्दी, जापानी, कोरियाई और वियतनामी में आधिकारिक अनुवाद उपलब्ध कराएँ जाएँ। अनुवाद को सुनने में रुचि रखने वालों को अपने साथ एफएम चैनल रेडियो लाने की आवश्यकता है। कृपया ध्यान दें कि अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमति नहीं दी जाएगी।

भिक्षु समुदाय के लिए चाय और भेंट

यह परंपरागत है कि प्रवचनों में सम्मिलित होने वाले सभी लोगों के लिए चाय प्रदान की जाती है, इसलिए आपके लिए अपने कप का लाना उपयुक्त होगा। आपने प्रायः देखा होगा कि और भिक्षुणिओं को धनराशि को भेंट की जाती है। यह संघ के सदस्यों के लिए समर्पण है। चाय और प्रसाद दोनों का भुगतान संरक्षक और आम जनता के योगदान द्वारा किया जाता है। यदि आप योगदान के इच्छुक हैं तो प्रवचन क्षेत्र के निकट आमतौर पर एक कार्यालय निश्चित किया जाता है, जहाँ ऐसे दान दिए जा सकें। आप जितना योगदान कर पाते हैं वह पूरी तरह से आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

सूरज तथा और मौसम से बचाव

परम पावन सदैव इस बात को लेकर प्रोत्साहित करते हैं कि जो लोग गर्मी में धूप में बैठे हों वे स्वयं को बचाने के लिए अपने सिरों को ढांक लें। इसी तरह जब वर्षा हो तो वह लोगों को छतरियों का इस्तेमाल करने या शरण लेने की सलाह देते हैं। अतः प्रवचन के समय स्थानीय मौसम की स्थिति के आधार पर एक टोपी या टोपी का छज्जा और/या छोटी छतरियां लेना उपयोगी होता है।

जूते

तिब्बती आदतन जमीन पर बैठते समय अपने जूते पहने रहते हैं, या कम से कम उन्हें उस समय तक पहने रखते है जब तक वे बैठ नहीं जाते। अपने जूते उतार देना और बैठे जनमानस के बीच उनके चेहरों के सामने से उन्हें अपने हाथ में ले जाने का मतलब है कि आप अपने जूते ठीक लोगों के चेहरे के सामने से ले जाते हैं, जिससे अधिकतर लोग बचना चाहते हैं।

इस अनुभाग में

  • भारत में प्रवचनों में भाग लेने के लिए व्यावहारिक सलाह
  • चित्त शोधन
    • चित्त शोधन पद १
    • चित्त शोधन पद २
    • चित्त शोधन पद ३
    • चित्त शोधन पद : ४
    • चित्त् शोधन पद ५ और ६
    • चित्त शोधन पद : ७
    • चित्त शोधन: पद ८
    • प्रबुद्धता के लिए चित्तोत्पाद
  • सत्य के शब्द
  • कालचक्र शिक्षण का परिचय

आगामी कार्यक्रम

धर्मशाला, हिप्र, भारत में जन्मदिन एवं दीर्घायु प्रार्थना समारोह

३०/जून/२०२५

परम पावन दलाई लामा उनके 90वें जन्मदिन (तिब्बती 5वें माह का 5वाँ दिवस) के सम...

धर्मशाला, हिप्र, भारत में दीर्घायु प्रार्थना

५/जुलाई/२०२५

परम पावन दलाई लामा मुख्य तिब्बती बुद्ध विहार में प्रातः समस्त तिब्बतियों की ओर स...

धर्मशाला, हिप्र, भारत में जन्मदिन समारोह

६/जुलाई/२०२५

परम पावन दलाई लामा अपने 90वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में मुख्य तिब्बती बुद्ध विहार ...

सम्पूर्ण कार्यक्रम देखें

  • फ़ेसबुक
  • ट्विटर
  • इंस्टाग्राम
  • यूट्यूब
  • सभी सामग्री सर्वाधिकार © परम पावन दलाई लामा के कार्यालय

शेयर

  • फ़ेसबुक
  • ट्विटर
  • ईमेल
कॉपी

भाषा चुनें

  • चीनी
  • भोट भाषा
  • अंग्रेज़ी
  • जापानी
  • Italiano
  • Deutsch
  • मंगोलियायी
  • रूसी
  • Français
  • Tiếng Việt
  • स्पेनिश

सामाजिक चैनल

  • फ़ेसबुक
  • ट्विटर
  • इंस्टाग्राम
  • यूट्यूब

भाषा चुनें

  • चीनी
  • भोट भाषा
  • अंग्रेज़ी
  • जापानी
  • Deutsch
  • Italiano
  • मंगोलियायी
  • रूसी
  • Français
  • Tiếng Việt
  • स्पेनिश

वेब साइय खोजें

लोकप्रिय खोज

  • कार्यक्रम
  • जीवनी
  • पुरस्कार
  • होमपेज
  • दलाई लामा
    • संक्षिप्त जीवनी
      • परमपावन के जीवन की चार प्रमुख प्रतिबद्धताएं
      • एक संक्षिप्त जीवनी
      • जन्म से निर्वासन तक
      • अवकाश ग्रहण
        • परम पावन दलाई लामा का तिब्बती राष्ट्रीय क्रांति दिवस की ५२ वीं वर्षगांठ पर वक्तव्य
        • चौदहवीं सभा के सदस्यों के लिए
        • सेवानिवृत्ति टिप्पणी
      • पुनर्जन्म
      • नियमित दिनचर्या
      • प्रश्न और उत्तर
    • घटनाएँ एवं पुरस्कार
      • घटनाओं का कालक्रम
      • पुरस्कार एवं सम्मान २००० – वर्तमान तक
        • पुरस्कार एवं सम्मान १९५७ – १९९९
      • गणमान्य व्यक्तियों से भेंट २०११ से वर्तमान तक
        • गणमान्य व्यक्तियों से भेंट २००० – २००४
        • गणमान्य व्यक्तियों से भेंट १९९० – १९९९
        • गणमान्य व्यक्तियों से भेंट १९५४ – १९८९
        • यात्राएँ २०१० से वर्तमान तक
        • यात्राएँ २००० – २००९
        • यात्राएँ १९९० – १९९९
        • यात्राएँ १९८० - १९८९
        • यात्राएँ १९५९ - १९७९
  • कार्यक्रम
  • समाचार
    • 2025 पुरालेख
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2024 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2023 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2022 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2021 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2020 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2019 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2018 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2017 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2016 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2015 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2014 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2013 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2012 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2011 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2010 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2009 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2008 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2007 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2006 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
    • 2005 पुरालेख
      • December
      • November
      • October
      • September
      • August
      • July
      • June
      • May
      • April
      • March
      • February
      • January
  • तस्वीरों में
  • वीडियो
  • सन्देश
  • प्रवचन
    • भारत में प्रवचनों में भाग लेने के लिए व्यावहारिक सलाह
    • चित्त शोधन
      • चित्त शोधन पद १
      • चित्त शोधन पद २
      • चित्त शोधन पद ३
      • चित्त शोधन पद : ४
      • चित्त् शोधन पद ५ और ६
      • चित्त शोधन पद : ७
      • चित्त शोधन: पद ८
      • प्रबुद्धता के लिए चित्तोत्पाद
    • सत्य के शब्द
    • कालचक्र शिक्षण का परिचय
  • कार्यालय
    • सार्वजनिक दर्शन
    • निजी/व्यक्तिगत दर्शन
    • मीडिया साक्षात्कार
    • निमंत्रण
    • सम्पर्क
    • दलाई लामा न्यास
  • किताबें
  • सीधे वेब प्रसारण