दलाई लामाओं को अवलोकितेश्वर का प्रकट रूप माना जाता है। जो करुणा का बोधिसत्व तथा तिब्बत के संरक्षक संत हैं। बोधिसत्व प्रबुद्ध सत्त्व माने जाते हैं, जिन्होंने मानवता की सेवा के लिए अ...
निम्नलिखित सूची महामहिम परमपावन दलाई लामा के भारत तथा विदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का विवरण है । सर्वविदित है, कि परमपावन अपने व्याख्यानों के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क ...
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परम पावन दलाई लामा पूरे साल विभिन्न समयों तथा स्थानों पर धर्म प्रवचन करते हैं। परम पावन सार्वजनिक वक्तव्य भी देते हैं। भारत में धर्म प्रवचन तथा सार्वजनिक वक्तव्य आम तौर पर निःशुल्क...
परम पावन दलाई लामा का कार्यालय, जो तिब्बती भाषा में गदेन फोडंग लबरंग यिगछ़ंग के नाम से जाना जाता है, परम पावन दलाई लामा का निजी कार्यालय है। यह परम पावन जी का सचिवालय है और व्यापक ...
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परम पावन दलाई लामा ताइवानी बौद्धों के अनुरोध पर आचार्य चोंगखापा रचित प्रधान त्रिविधमार्ग नामक ग्रंथ पर 30 सितंबर को मुख्य तिब्बती बुद्ध विहार, धर्मशाला, हि.प्र., भारत में संक्षिप्त...
तेनज़िन ग्यात्सो, चौदहवें दलाई लामा जीवन का उद्देश्य एक बड़ा प्रश्न हमारे अनुभव को रेखांकित करता है फिर चाहे हम उसके विषय में सजगता से सोचें अथवा नहीं। जीवन का उद्देश्य क्या है? ...
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प्रथम प्रतिबद्धता- परमपावन एक मनुष्य के तौर पर लोगों के मन में इस समझ को उत्पन्न करने में उनकी मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं कि यदि हमारा मन अशांत रहता है तो बाहरी भौतिक सुख-साधन भी ...
परम पावन चौदहवें दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो २९ मई २०११ तक तिब्बत के राजकीय प्रमुख रहे और उपरोक्त तिथि पर उन्होंने अपनी सारी राजनीतिक शक्तियाँ तथा उत्तरदायित्व प्रजातांत्रिक तरीके स...
परम पावन दलाई लामा का जन्म ६ जुलाई १९३५ को उत्तरी तिब्बत के आमदो के एक छोटे गाँव तकछेर में एक कृषक परिवार में हुआ था। उनका नाम ल्हामो दोनडुब था, जिसका शाब्दिक अर्थ ‘सिद्धार्थ देवी'...
परम पावन दलाई लामा के राजनैतिक उत्तरदायित्व से अवकाश ग्रहण करने पर उनके भाषण और संदेश परम पावन दलाई लामा का तिब्बती राष्ट्रीय क्रांति दिवस की ५२ वीं वर्षगांठ पर वक्तव्यपरम पावन ...
( मूल तिब्बती से अनूदित ) परिचय तिब्बत में और तिब्बत के बाहर मेरे साथी तिब्बतियों, वे सभी जो तिब्बती बौद्ध परम्परा का पालन करते हैं, और वे सब जिनका तिब्बत और तिब्बतियों से कोई सं...
लोगों द्वारा पूछे जाने पर कि परम पावन दलाई लामा स्वयं को कैसे देखते हैं, उनका उत्तर होता है कि वह एक साधारण बौद्ध भिक्षु हैंं। परम पावन भारत में और विदेश दोनों की यात्रा करते ...
प्रश्न: आप स्वयं को किस रूप में देखते हैं ? उत्तर: मैं सदा अपने आप को एक साधारण बौद्ध भिक्षु के रूप में देखता हूँ। मुझे लगता है कि वही मेरा वास्तविक रूप है। मुझे लगता है कि दल...
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थेगछेन छोलिंग, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश, भारत - परम पावन दलाई लामा ने आज अपने आवास पर वियतनाम के सीईओ क्लब के ८० सदस्यों से भेंट की, जैसा वे पहले करते आ रहे हैं। एक नए रूप में इंटरै...
तिथि / घटना (तिब्बती पंचांग तिथि) १७ दिसंबर १९३३ / तेरहवें दलाई लामा का ५७ वर्ष की आयु में ल्हासा में निधन (जल-पक्षी वर्ष, १०वां महीना, ३०वां दिन) ६ जुलाई १९३५ / तिब्...